देखो तरु पर कोयल आई, मीठी इसकी बोली l देखो तरु पर कोयल आई, मीठी इसकी बोली l
आओ अपनी जिम्मेदारियां निभायें जटिल को सरल बनायें, और सरल को जटिल होने से बचायें। आओ आओ अपनी जिम्मेदारियां निभायें जटिल को सरल बनायें, और सरल को जटिल होने से ब...
कोरोना से खुद को और अपने देश को असहनीय पीड़ा से बचाएं कोरोना से खुद को और अपने देश को असहनीय पीड़ा से बचाएं
मैं यादों के किसी भी पत्र विहीन जंगल में नहीं घूम सकती। मैं यादों के किसी भी पत्र विहीन जंगल में नहीं घूम सकती।
ज़िंदगी मिलेगी या नहीं मिलेगी दोबारा अवश्य मिलेगी अगर कोई नियम है ऐसा। ज़िंदगी मिलेगी या नहीं मिलेगी दोबारा अवश्य मिलेगी अगर कोई नियम है ऐसा।
कर्तव्यनिष्ठ हूँ स्वाभिमानी, करना नहीं निराश। कर्तव्यनिष्ठ हूँ स्वाभिमानी, करना नहीं निराश।